Category Archives: Hindi

आईना

दिल्ली शहर, जून का महीना , दिन के 12:30 बज रहे हैं , सूरज मानो धरती को गोद में लेकर बैठा हो, गाड़ियों से भड़कता सा धुंआ निकल रहा है , हर तरफ़ से केवल उमस और गर्मी ही हाथ फैलाए खड़ी है। ऐसे माहौल में जब सड़कों पर गिने – चुने लोग दिख रहे…

भूल जाते हैं ना!

जिन्दगी की रफ्तार जब वक्त के रफ्तार के आड़े ना आए तब जिन्दगी खूबसूरत लगती है। लेकिन वक्त के साथ पीछे, और भी पीछे चलते चले जाना हमें ज़ार – ज़ार कर देता है। ‘समीरा’ भी ऐसे ही दौर से गुजर रही थी। छत की ओर टकटकी लगाए कुरेद रही थी वो अपना वजूद, अपना…